इंसानियत से बढकर कोई भगवान, खुदा, येशु नही

 

मालिक मालिक है

वो सबको समान नजरो से देखता है

चाहे तुम हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई क्यो न हो

तुम्हारे तकलीफों को जानकर

वो सब पे कृपा बरसाए रखता है

 

दोस्तो मत करो किसी के धरम से घृणा

जब तुम पे आती है मुसीबत और वहा न हो तुम्हारे भगवान की मूरत

दिखे किसी दूसरे धरम के खुदा की सूरत

ऐसे संकट की घडी मे उसको ही अपना भगवान मान के,

बचाने की गुहार लगा के, मन से उसका सुमिरन कर,

जिंदगी की खैरात मांग, रख बोलते है सही सलामत

 

दोस्तो, झगडा किस बात का

कोई छोटाबडा नही, किसी का धरम निचा नही

ये तो हमारी सोच है

बदलो इसे,

करो सब धरमो का सन्मान

इंसानियत से बढकर कोई भगवान, खुदा, येशु नही