(इस मे लिखे जज्बात युक्रेन मे फंसे पाकिस्तानी स्टूडेंट्स के है/ जब वो युक्रेन मे फसे हुए थे तब उनकी मदत भारतीय सैनिको ने की थी / उनको बचाने के लिए उनके पाकिस्तानी सरकार ने मदत नही की थी / इसलिए वो निम्नप्रकार से तहेदिल से भारत देश का शुक्रिया अदा करते है/)

तिरंगे तुझे सलाम

तिरंगे तुझे सलाम

यहाँ यतीम बन पडा था मै

रो रो के था हाल बुरा

चारो ओर जहरीली आबो हवा

ना पास अम्मीअब्बु ना उनकी दुआ

हार चूका था उम्मीदवतन

अदा किया फर्ज दोस्ती का तूने

भूल के सब गिलेशिकवे

सदा ऊँचा रहे हिंदुस्तान का ये परचम

 

एक हात मे मेरे देश का झंडा दूजे मे तिरंगा

लहरा रहा हूँ फक्र से दिल मे लिए अरमा

एक ही माँ के दोनो बेटे ये

एहतराम के बुनियाद की चट्टाने

बहे कितनी भी रंजोगम की हवा फिजा मे

बन के आया तू रहनुमा, कर हम पे एहसान

पहुंचाया वतनजहाँ

भूलकर नफरत की वजूहा

ऐ तिरंगे, हमे तुझपर नाझ है बेइंतहा

 

ऐ तिरंगे, तेरी ही है दुवा

देख रहा हू ये जहाँ

न होता तू , क्या पता

क्या होता हमारा हाशिया

सौ दफा तेरा शुक्रिया

हुए हम तेरे आशिक

मोहब्बत मे बन गये है मुरीद

तिरंगे सलाम तुझे

जो जिंदगी का ये इनाम दिया